पालघर: मुरबे बंदर जनसुनवाई शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न, 9 हजार नागरिकों की उपस्थिति, 8 हजार से अधिक आपत्तियां दर्ज।
पालघर: मुरबे बंदर जनसुनवाई शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न, 9 हजार नागरिकों की उपस्थिति, 8 हजार से अधिक आपत्तियां दर्ज।
अखिलेश चौबे
पालघर। जेएसडब्ल्यू मोरबे पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के प्रस्तावित मुरबे बंदर निर्माण परियोजना से संबंधित पर्यावरण विषयक सार्वजनिक जनसुनवाई सोमवार, 6 अक्टूबर 2025 को पालघर में शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। इस जनसुनवाई की अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. इंदु राणी जाखड ने की।
यह जनसुनवाई महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (MPCB) और जिलाधिकारी कार्यालय, पालघर के संयुक्त तत्वावधान में सुबह 11:00 बजे जिल्हा क्रीडा संकुल, दांडेकर कॉलेज के समीप, पालघर में आयोजित की गई थी।
इस सुनवाई में मुरबे परिसर सहित पंचक्रोशी और जिले के विभिन्न भागों से लगभग 9 हजार नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जनसुनवाई के दौरान करीब 8 हजार लिखित आपत्तियां और सुझाव प्राप्त हुए, जबकि 103 नागरिकों ने मंच पर उपस्थित होकर अपने विचार, हरकतें (आपत्तियां) और सुझाव प्रत्यक्ष रूप से प्रस्तुत किए।
सुनवाई में नागरिकों ने विशेष रूप से मछुआरा समाज के रोजगार पर संभावित असर, सागरीय जैवविविधता (Marine Biodiversity) पर पड़ने वाले प्रभाव, तथा पर्यावरण आघात मूल्यांकन अहवाल (EIA Report) से जुड़े बिंदुओं पर गंभीर चिंताएं व्यक्त कीं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सुनवाई के संयोजक वीरेंद्रसिंह, उपप्रादेशिक अधिकारी, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल, तारापूर ने प्रस्तावना प्रस्तुत की। इसके बाद जिलाधिकारी डॉ. इंदु राणी जाखड की अनुमति से जनसुनवाई की औपचारिक शुरुआत हुई। इस अवसर पर परियोजना प्रवर्तक (Project Proponent) की ओर से परियोजना का तांत्रिक सादरीकरण (Technical Presentation) किया गया।
सुनवाई के समापन पर किरण हसबनीस, प्रादेशिक अधिकारी, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल, ठाणे ने बताया कि नागरिकों द्वारा प्रस्तुत सभी मुद्दों, सुझावों और आपत्तियों का विवरण इतिवृत्त (Minutes of Hearing) में समाविष्ट किया जाएगा। यह इतिवृत्त महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल (MPCB) की आधिकारिक वेबसाइट पर सार्वजनिक किया जाएगा और प्राप्त आपत्तियां आगे नियामक प्राधिकरण (Regulatory Authority) को भेजी जाएंगी।
सुनवाई के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा संपूर्ण कार्यक्रम के सुचारू आयोजन के लिए पुलिस प्रशासन, महसूल विभाग, ग्राम पंचायत पदाधिकारी और स्थानीय ग्रामस्थों का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ।
कानून-व्यवस्था की दृष्टि से जिला पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख के मार्गदर्शन में व्यापक बंदोबस्त किया गया था। सुरक्षा के लिए 124 पुलिस अधिकारी, 1069 पुरुष व महिला अमलदार, 8 स्ट्राइकिंग टीमें, 1 राज्य राखीव पोलीस दल (SRPF), 2 RCP टीमें, 2 जलद प्रतिसाद पथक (Quick Response Teams) तथा यातायात नियंत्रण के लिए 3 अधिकारी व 32 अमलदारों की नियुक्ति की गई थी। इस समूचे बंदोबस्त का नेतृत्व स्वयं पुलिस अधीक्षक यतीश देशमुख ने किया।
सुनवाई की प्रक्रिया शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न होने के बाद जिलाधिकारी डॉ. इंदु राणी जाखड ने उपस्थित नागरिकों का संयमपूर्वक सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया और शाम 5:30 बजे जनसुनवाई की औपचारिक समाप्ति की घोषणा की।
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