पालघर: पुलिस को 12 घंटे में बड़ी सफलता, हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार।
पालघर: पुलिस को 12 घंटे में बड़ी सफलता, हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार।
अखिलेश चौबे
पालघर। जिले में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक यतिश देशमुख के मार्गदर्शन में कार्यरत मोखाडा पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर एक हत्या के मामले को सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
घटना 6 अक्टूबर 2025 की दोपहर की है। मोखाडा तालुका के सातुर्ली गांव के रहने वाले शिकायतकर्ता सोमनाथ नवसु फुफाणे (उम्र 20 वर्ष, व्यवसाय – खेती/मजदूरी) ने मोखाडा पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई कि उसी दिन दोपहर करीब 12:45 बजे उनके पिता नवसु लाडक्या फुफाणे (उम्र 55 वर्ष) अपने घर पर मौजूद थे। इस दौरान गांव के ही तीन युवक — जितेंद्र उर्फ जितु जयराम पाटील (उम्र 31 वर्ष), रितेश उर्फ गुड्डा तुकाराम पाटील (उम्र 23 वर्ष) और प्रमोद उर्फ पन्या चिंतामण वारघडे (उम्र 25 वर्ष) — वहां पहुंचे और झगड़ा करने लगे।
शिकायत के अनुसार, मृतक ने आरोपियों को अपने खेत के पास नदी के किनारे मछलियाँ पकड़ने के लिए विषैली दवाई डालने से मना किया था, जिस बात को लेकर आरोपियों ने रंजिश पाल रखी थी। उसी रंजिश के चलते तीनों आरोपी दोपहर को शिकायतकर्ता और उसके पिता के घर आए, गाली-गलौज और धमकाने के बाद लकड़ी के डंडों से मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने शिकायतकर्ता के पिता को रस्सी से बांधा, घसीटते हुए सड़क तक ले गए और पूरे गांव में पीटते हुए उनकी बेरहमी से हत्या कर दी।
घटना की जानकारी मिलते ही मोखाडा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपराध क्रमांक 181/2025 दर्ज किया। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धाराएँ 103(1), 118(1), 115(2), 352, 351(2), 351(3), और 3(5) के तहत मामला पंजीकृत किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक यतिश देशमुख ने तत्काल कई विशेष पथक गठित करने के आदेश दिए। इन पथकों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मात्र 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों — जितेंद्र उर्फ जितु जयराम पाटील, रितेश उर्फ गुड्डा तुकाराम पाटील, और प्रमोद उर्फ पन्या चिंतामण वारघडे — को गिरफ्तार कर लिया।
वर्तमान में मामले की आगे की जांच उपविभागीय पुलिस अधिकारी समीर मेहेर (जव्हार विभाग) के मार्गदर्शन में जारी है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक यतिश देशमुख, अपर पुलिस अधीक्षक विनायक नरळे, और उपविभागीय पुलिस अधिकारी समीर मेहेर के मार्गदर्शन में की गई। इसमें सहायक पुलिस निरीक्षक प्रेमनाथ ढोले (प्रभारी अधिकारी, मोखाडा पुलिस थाना), उपनिरीक्षक श्रीकांत दहिफळे, उपनिरीक्षक प्रतीक पोकळे, उपनिरीक्षक कार्तिक कडू, पुलिस हवलदार भास्कर कोठारी, तथा अन्य कर्मचारी — पोहवा कव्हा, पोहवा गोरे, पोहवा भरसट और पोहवा भोये — की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
मोखाडा पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से जिले में पुलिस प्रशासन की सतर्कता और दक्षता का एक बार फिर प्रमाण मिला है।
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