पालघर शहर को मिला न्याय, शिवसेना नेता प्रतापजी सरनाईक की तत्परता से तीन वर्षों से लंबित सुशोभीकरण कार्य को मिली मंजूरी..!
पालघर शहर को मिला न्याय, शिवसेना नेता प्रतापजी सरनाईक की तत्परता से तीन वर्षों से लंबित सुशोभीकरण कार्य को मिली मंजूरी..!
अखिलेश चौबे
पालघर..! शिवसेना के संपर्क मंत्री और महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रतापजी सरनाईक द्वारा आयोजित लोक दरबार में पालघर शहर की एक महत्त्वपूर्ण मांग को अंततः न्याय मिला। छत्रपती शिवाजी महाराज चौक, परमपूज्य डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चौक और स्वातंत्र्यवीर सावरकर चौक के सुशोभीकरण को सार्वजनिक बांधकाम विभाग (PWD) की आधिकारिक मंजूरी प्राप्त हो गई है।
दरअसल, पालघर नगर परिषद द्वारा उक्त चौकों के सौंदर्यीकरण की योजना पहले ही स्वीकृत की जा चुकी थी और उसके लिए बजट का अनुमोदन भी हो चुका था। लेकिन चूंकि ये चौक सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधीन आते हैं, विभाग की औपचारिक अनुमति न होने के कारण यह कार्य वर्षों से अटका हुआ था।
यह मुद्दा जब प्रताप सरनाईक द्वारा आयोजित लोक दरबार में सामने लाया गया, तो उन्होंने तत्काल सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारियों को बुलवाया और स्पष्ट आदेश दिया कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जयंती से पहले हर हाल में इन चौकों के सुशोभीकरण को विभागीय मंजूरी प्रदान की जाए।
आप को बता दें कि अक्सर ऐसे आदेश केवल कागजों तक सीमित रह जाते हैं, लेकिन इस बार मंत्री के आदेश की गंभीरता को समझते हुए विभाग ने तत्परता दिखाई और पालघर नगर परिषद को 'ना-हरकत प्रमाणपत्र' (NOC) जारी कर दिया। इससे इन तीनों ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक रूप से महत्त्वपूर्ण चौकों के सुशोभीकरण का मार्ग अब पूरी तरह से प्रशस्त हो गया है।
इस ऐतिहासिक निर्णय के अवसर पर सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारियों ने नगर परिषद के अधिकारियों को आंबेडकर चौक पर जाकर औपचारिक पत्र सौंपा। इस अवसर पर शिवसेना जिलाप्रमुख कुंदन संखे, सहसंपर्क प्रमुख केदार काळे, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के जिलाध्यक्ष सुरेश जाधव, पूर्व नगराध्यक्ष उज्ज्वला काळे, पूर्व उपनगराध्यक्ष उत्तम घरत, शहर प्रमुख राहुल घरत, पूर्व नगरसेवक सुभाष पाटील, बंड्या म्हात्रे, अमोल पाटील, चंद्रशेखर वडे, प्रवीण पाटील, राजू पाटील, अक्षय संखे, यशवंत पाटील, शिवसेना शहर संघटिका सविता मल्ला, पूर्व नगरसेविका लीना पाटील, शाखा संघटिका सोनाली पाटील सहित बड़ी संख्या में नागरिक और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस लोक दरबार में जिन नागरिकों ने यह मुद्दा उठाया था, उनमें शरद जाधव और राम ठाकूर प्रमुख रूप से शामिल रहे।
यह निर्णय पालघर शहरवासियों के लिए एक बड़ी राहत है और यह दर्शाता है कि यदि जनप्रतिनिधि संकल्प और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें, तो वर्षों पुराने अटके कार्य भी जल्द साकार हो सकते हैं।
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