पालघर: बोईसर तारापुर एमआईडीसी में बड़ा हादसा मेडली फार्मा कंपनी में गैस रिसाव, 4 मजदूरों की मौत, 2 गंभीर।
पालघर: बोईसर तारापुर एमआईडीसी में बड़ा हादसा मेडली फार्मा कंपनी में गैस रिसाव, 4 मजदूरों की मौत, 2 गंभीर।
अखिलेश चौबे
पालघर। जिले के बोईसर तारापुर औद्योगिक क्षेत्र में गुरुवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। मेडली फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Medley Pharmaceuticals Ltd.) की यूनिट नंबर एफ-13 में नाइट्रोजन रिएक्शन टैंक से अचानक गैस रिसाव होने से फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफरी मच गई। इस दुर्घटना में चार मजदूरों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य की हालत गंभीर है और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसा दोपहर करीब 2:30 से 3:00 बजे के बीच हुआ। मेडली फार्मा के एफ-13 प्लांट में काम चल रहा था, तभी नाइट्रोजन रिएक्शन टैंक से गैस रिसाव शुरू हो गया। अचानक पूरे परिसर में गैस फैल गई, जिससे वहां मौजूद कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए बाहर भागने लगे। इस दुर्घटना में कुल छह मजदूर इसकी चपेट में आए। हादसे के तुरंत बाद सभी को स्थानीय शिंदे हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चार मजदूरों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है – कल्पेश राउत (43), निवासी – मु.पो. चिंचणी, तहसील डहाणू; बंगाली ठाकुर (46), निवासी – अथमलगोला, पटना, बिहार (पिनकोड – 803211); धीरज प्रजापति (31), निवासी – शिवाजीनगर, सालवड, बोईसर; और कमलेश यादव (31), निवासी – शिवाजीनगर, सालवड, बोईसर, मूलगांव – सेठाकोली, पोस्ट – बैजाबारी, रौनापार, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश (पिनकोड – 276122)।
वहीं, दो अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज आईसीयू में जारी है। घायलों की पहचान रोहन शिंदे (35), निवासी – फ्लैट नंबर 103, बिल्डिंग नंबर 10, ई विंग, अमृत रेसिडेंसी, सरावली, बोईसर; और निलेश चंद्रकांत हाडल (37), निवासी – पालेगावठाण पाडा, आगवन, डहाणू रोड, तहसील डहाणू, जिला पालघर (पिनकोड – 401602) के रूप में हुई है।
डॉक्टरों का कहना है कि मृतकों की मौत दम घुटने से हुई है और घायलों की हालत भी चिंताजनक बनी हुई है। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
हादसे की सूचना मिलते ही कंपनी की फायर फाइटिंग टीम ने तत्काल गैस रिसाव पर काबू पा लिया। इसके बावजूद मजदूरों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
> “जिले के बोईसर थाना क्षेत्र में स्थित मेडली फार्मा कंपनी में संदिग्ध नाइट्रोजन गैस रिसाव से छह लोग गंभीर रूप से प्रभावित हुए। इनमें से चार की मौत हो गई और दो का इलाज आईसीयू में चल रहा है। गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।”
औद्योगिक क्षेत्रों में गैस रिसाव और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं। इसी महीने कर्नाटक के मंगलुरु जिले के सूरतकल में मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) में भी जहरीली गैस रिसाव की घटना हुई थी। वहां दो कर्मचारियों – दीप चंद्र भारती (उत्तर प्रदेश) और बिजली प्रसाद (केरल) की मौत हो गई थी। यह हादसा एमआरपीएल के ऑयल मूवमेंट सेक्शन (ओएमएस) में हुआ था, जब टैंक (FIBI7029) की खराबी की जांच की जा रही थी।
बोईसर-तारापुर एमआईडीसी क्षेत्र देश का सबसे बड़ा रसायन और दवा उत्पादन केंद्र माना जाता है। यहां आए दिन गैस रिसाव और आगजनी की घटनाएँ होती रहती हैं। सवाल यह है कि कंपनियों द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन कितनी गंभीरता से किया जाता है और प्रशासनिक स्तर पर इन घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस कदम क्यों नहीं उठाए जाते।
इस हादसे ने एक बार फिर से औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मजदूर संगठनों ने मांग की है कि मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।
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