महाराष्ट्र में HSC परीक्षा में 91.88% छात्र सफल, पालघर ने दिखाया मजबूत शैक्षणिक प्रदर्शन..! बेटियों ने मारी बाज़ी, ग्रामीण स्कूलों में भी बेहतर परिणाम
महाराष्ट्र में HSC परीक्षा में 91.88% छात्र सफल, पालघर ने दिखाया मजबूत शैक्षणिक प्रदर्शन..!
बेटियों ने मारी बाज़ी, ग्रामीण स्कूलों में भी बेहतर परिणाम
अखिलेश चौबे
पालघर..! महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) द्वारा घोषित 12वीं (HSC) परीक्षा 2025 के परिणामों ने इस वर्ष भी राज्य की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती के साथ खड़ा किया है। कुल 91.88% उत्तीर्णता दर के साथ राज्य ने फिर एक बार देशभर में अपनी साख को बरकरार रखा है।
जहां राज्य भर में कोंकण मंडल ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 96.74% का शानदार रिकॉर्ड बनाया, वहीं उसी मंडल का हिस्सा पालघर जिला भी अपनी दृढ़ता और प्रगति के साथ शिक्षा के नक्शे पर उभरकर सामने आया।
पालघर जिले का परिणाम: हर दिशा में सकारात्मक संकेत
पालघर जिले में कुल उत्तीर्णता दर 91.88% रही, जो राज्य के औसत के बराबर है। इस आंकड़े के पीछे जिले के ग्रामीण और आदिवासी बहुल इलाकों में चल रहे नवाचार आधारित शैक्षणिक प्रयासों का बड़ा योगदान माना जा रहा है। लड़कियों का प्रदर्शन शानदार रहा लड़कियों की सफलता दर: 94.58% और लड़कों की सफलता दर: 89.51% यह आंकड़े न केवल शिक्षा के क्षेत्र में लैंगिक समानता की ओर बढ़ते कदमों को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी सिद्ध करते हैं कि पालघर की बेटियाँ अब समाज में अपनी अलग पहचान बना रही हैं।
पालघर जिले में शैक्षणिक उन्नति के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं Zilla Parishad द्वारा आयोजित विशेष कोचिंग क्लासेस, शिक्षकों को समय-समय पर दिया गया प्रशिक्षण, दूरस्थ क्षेत्रों तक डिजिटल सामग्री की पहुँच, अभिभावकों के साथ संवाद बढ़ाना और स्कूल-कॉलेज की भागीदारी मजबूत करना
पालघर में कार्यरत सरकारी विद्यालयों ने इस बार निजी विद्यालयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रदर्शन किया है। कई आदिवासी क्षेत्रों के छात्र भी विज्ञान और वाणिज्य जैसे संकायों में बेहतर अंक लेकर पास हुए हैं, जो सामाजिक और शैक्षणिक समावेशन का संकेत है।
√ राज्यस्तरीय आँकड़े भी उल्लेखनीय
कुल पंजीकृत छात्र: 14,27,085
परीक्षा में सम्मिलित छात्र: 14,17,969
उत्तीर्ण छात्र: 13,02,873
संपूर्ण राज्य का उत्तीर्ण प्रतिशत: 91.88%
√ संकायवार प्रदर्शन (राज्य स्तर पर): विज्ञान: 97.35%, वाणिज्य: 92.38%, है कला: 80.52%
√ पुनर्मूल्यांकन और पूरक परीक्षा की जानकारी:
6 मई से छात्र पुनर्मूल्यांकन, उत्तरपत्र फोटोकॉपी और सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे। पूरक परीक्षा का आयोजन जुलाई में किया जाएगा।
पालघर जिले ने इस वर्ष न केवल उत्तीर्णता दर में स्थायित्व दिखाया, बल्कि बेटियों के बेहतर प्रदर्शन और दूरदराज के इलाकों में शिक्षा की पहुंच के कारण सकारात्मक सामाजिक संकेत भी दिए। महाराष्ट्र और पालघर दोनों ने यह साबित किया है कि निरंतर प्रयास, समर्पण और नीति-निर्माण की शक्ति मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कार कर सकती है।
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