पालघर: ज़िले का प्रदर्शन महाराष्ट्र बोर्ड 10वीं परिणाम में संतोषजनक, ग्रामीण छात्रों ने दिलाया विश्वास..!
पालघर: ज़िले का प्रदर्शन महाराष्ट्र बोर्ड 10वीं परिणाम में संतोषजनक, ग्रामीण छात्रों ने दिलाया विश्वास..!
अखिलेश चौबे
पालघर..! महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल (MSBSHSE) ने आज दोपहर एक बजे कक्षा 10वीं (SSC) का परिणाम घोषित किया। इस वर्ष राज्य का कुल सफलता प्रतिशत 94.10% रहा, वहीं पालघर ज़िले का औसत उत्तीर्ण प्रतिशत 91.86% दर्ज किया गया, जो राज्य के औसत से थोड़ा कम है, परंतु पिछली बार की तुलना में सुधार की ओर संकेत करता है।
विशेष रूप से विक्रमगढ़, मोखाडा और जव्हार जैसे आदिवासी बहुल तालुकों में इस बार छात्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा। कई गांवों से पहली बार छात्र 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर चर्चा में आए हैं। शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सफलता स्कूली स्तर पर चलाए गए विशेष शिक्षण अभियानों और ‘मॉड्यूल क्लासेस’ का परिणाम है।
शहरी क्षेत्र के स्कूलों — विशेषकर बोईसर, दहानू रोड, और वसई-विरार के कुछ निजी संस्थानों ने इस वर्ष भी उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की। कई स्कूलों का परिणाम 100% रहा। इन स्कूलों में डिजिटल कक्षाओं और एक्स्ट्रा कोचिंग ने छात्रों को बेहतर तैयारी में मदद की।
जिन छात्रों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली मेरिट बेस्ड छात्रवृत्तियों का लाभ मिलेगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि ऐसे छात्रों की सूची तैयार की जा रही है और जून माह के अंत तक उन्हें लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
आदिवासी छात्रों ने बदली तस्वीर:- मोखाडा के एक आश्रमशाला में पढ़ने वाली छात्रा कल्पना वालवी ने 93.4% अंक प्राप्त कर इलाके में मिसाल कायम की है। वह बताती हैं, “मैं रोज़ सुबह 4 बजे उठकर पढ़ाई करती थी, क्योंकि दिन में घर के काम और खेत का बोझ होता था। शिक्षक और संस्था ने हर मोड़ पर सहयोग किया।”
जहां उत्तीर्ण छात्रों के घरों में खुशियों का माहौल है, वहीं कुछ अभिभावक उन छात्रों के लिए चिंतित हैं जिन्हें पूरक परीक्षा का सामना करना होगा। पालघर ज़िला परिषद स्कूल के शिक्षक सतीश पवार कहते हैं, “जिन छात्रों का परिणाम अपेक्षा से कम आया है, उन्हें निराश होने की ज़रूरत नहीं है। पुनर्परीक्षा और करियर मार्गदर्शन से आगे के रास्ते खुले हैं।”
पालघर ज़िला कलेक्टर डॉ. मिलिंद बोरीकर ने शिक्षा विभाग और शिक्षकों को इस सुचारु परीक्षा और परिणाम प्रक्रिया के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास रहेगा कि अगले साल तक जिले का सफलता प्रतिशत 95% तक पहुँचे। इसके लिए हम गांवों में नई शैक्षणिक योजनाएँ लागू करेंगे।”
पालघर ज़िले ने इस वर्ष दसवीं कक्षा के बोर्ड परिणामों में संतुलित और उम्मीद जगाने वाला प्रदर्शन किया है। जबकि चुनौतियाँ बनी हुई हैं, लेकिन छात्रों की मेहनत, शिक्षकों का मार्गदर्शन और स्थानीय प्रयासों से शिक्षा की तस्वीर निश्चित ही बेहतर हो रही है।
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