पालघर: जिले को मिली ऐतिहासिक सौगात — पहला ESIC अस्पताल स्थापित होने का मार्ग प्रशस्त..!

पालघर: जिले को मिली ऐतिहासिक सौगात — पहला ESIC अस्पताल स्थापित होने का मार्ग प्रशस्त..! 

अखिलेश चौबे 
पालघर..! जिले के नागरिकों और श्रमिक वर्ग के लिए एक ऐतिहासिक निर्णय बुधवार को मुंबई स्थित मंत्रालय में लिया गया। अब पालघर को कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) द्वारा संचालित पहला आधुनिक सरकारी अस्पताल मिलने जा रहा है। यह 150 बिस्तरों वाला बहुविशेषज्ञता अस्पताल जिले के मौजे कुंभवली (तालुका एवं जिला पालघर) स्थित सर्वे क्र. 1775/57 की जमीन पर निर्मित किया जाएगा।
राज्य सरकार ने इस अस्पताल के निर्माण के लिए आवश्यक भूमि को सिर्फ 1 रुपये की नाममात्र कीमत पर ESIC को हस्तांतरित करने की औपचारिक मंजूरी दे दी है। यह निर्णय माननीय राजस्व मंत्री श्री चंद्रशेखर बावनकुळे की अध्यक्षता में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
बैठक में इस महत्वाकांक्षी परियोजना के सभी पहलुओं पर गहन चर्चा हुई और निर्णय लिया गया कि जमीन के हस्तांतरण की प्रक्रिया को प्राथमिकता के आधार पर तत्काल शुरू किया जाएगा। प्रशासनिक स्तर पर सभी जरूरी कार्यवाहियों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए।

पर्दे के पीछे के नायक: सांसद डॉ. हेमंत सवरा और शिवसेना जिलाप्रमुख कुंदन संखे
इस बहुप्रतीक्षित परियोजना को धरातल पर लाने के पीछे पालघर के सांसद डॉ. हेमंत विष्णु सवरा और शिवसेना के जिलाप्रमुख श्री कुंदन संखे के अथक प्रयास हैं। सांसद सवरा बीते 10 महीनों से दिल्ली में केंद्र सरकार के मंत्रियों से मिलकर इस अस्पताल की आवश्यकता को रेखांकित कर रहे थे। उन्होंने समय-समय पर केंद्रीय श्रम व स्वास्थ्य मंत्रालय को ज्ञापन सौंपे और संसद में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया।
वहीं, कुंदन संखे ने पिछले दो वर्षों से राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन के समक्ष लगातार इस मांग को उठाया, और हर स्तर पर फॉलोअप कर इसे प्राथमिकता में लाने का कार्य किया। दोनों ही जनप्रतिनिधियों के इन प्रयासों को अब सफलता मिली है, जिससे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को एक नई दिशा मिलेगी।
इस उच्चस्तरीय बैठक में राजस्व मंत्री श्री बावनकुळे के साथ-साथ पालघर की जिलाधिकारी श्रीमती इंदुरणी जाखड़, विभागीय आयुक्त श्री विजय सूर्यवंशी, और अन्य संबंधित प्रशासनिक अधिकारी, विभागीय प्रतिनिधि उपस्थित थे।

◾पालघर को क्या लाभ होगा?
इस निर्णय से पालघर जिले को बहुआयामी लाभ होंगे:
√ श्रमिक वर्ग को उच्चस्तरीय और सस्ती चिकित्सा सुविधा उनके जिले में ही उपलब्ध होगी।
√ निजी अस्पतालों पर निर्भरता कम होगी।
√ रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, विशेषतः चिकित्सा, नर्सिंग, प्रशासन और तकनीकी क्षेत्रों में।
√ जिले की समग्र स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूती मिलेगी।
√ सामाजिक पुनर्वास की प्रक्रिया को गति मिलेगी और ग्रामीण क्षेत्र का विकास होगा।

इस परियोजना को एक “गेम चेंजर” के रूप में देखा जा रहा है, जो पालघर को महाराष्ट्र के अग्रणी जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाएगा। राज्य सरकार, केंद्र सरकार और जनप्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों का यह परिणाम आम जनता के जीवन में वास्तविक बदलाव लाएगा।



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