बोईसर में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मेगा एमएसएमई आउटरीच कैंप का आयोजन..!
बोईसर में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा मेगा एमएसएमई आउटरीच कैंप का आयोजन..!
अखिलेश चौबे
पालघर..! 6 मार्च 2025: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बोरिवली प्रादेशिक कार्यालय द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSME) के लिए एक मेगा आउटरीच कैंप का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाराष्ट्र के पालघर जिले के औद्योगिक क्षेत्र बोईसर में संपन्न हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य एमएसएमई उद्यमियों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ना, उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करना और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना था।
◾कार्यक्रम का उद्घाटन और प्रमुख अतिथि
कार्यक्रम का उद्घाटन पालघर के सांसद डॉ. हेमंत विष्णु सावरा ने किया। इस अवसर पर जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) के प्रतिनिधि श्री योशियोका काजुकी, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, मुंबई क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक एवं विभागीय प्रमुख श्री अभिजीत बसाक, टीमा, बोईसर के अध्यक्ष श्री वेलजी गोगरी और सचिव श्री एस. आर. गुप्ता विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इसके अलावा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों में बोरिवली क्षेत्र के उप-महाप्रबंधक श्री राहुल जुयाल, उप-क्षेत्र प्रमुख श्री सावन शिव, एमएलपी प्रमुख श्री हिमांशु व्यास सहित कई अन्य अधिकारी भी इस आयोजन का हिस्सा बने।
◾महिला सशक्तिकरण के तहत ‘एम्पॉवर हर’ पहल
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा ‘एम्पॉवर हर’ पहल के तहत विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान पाँच महिला स्वयंसेवी समूहों ने एक वॉकेथॉन का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता और उद्यमशीलता के प्रति जागरूक करना था।
◾मेगा कैंप का उद्देश्य और गतिविधियाँ
इस मेगा आउटरीच कैंप का मुख्य उद्देश्य उद्यमिता को बढ़ावा देना, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को वित्तीय सहायता प्रदान करना तथा सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराना था। इस कार्यक्रम में बोरिवली क्षेत्र की विभिन्न बैंक शाखाओं ने अपने एमएसएमई ग्राहकों के साथ भाग लिया और उन्हें वित्तीय सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
◾प्रमुख योजनाएँ और लाभ
इस शिविर में बैंक द्वारा कई योजनाएँ प्रस्तुत की गईं, जिनमें शामिल हैं:
✔ यूनियन एमएसई सहायता योजना – इस योजना के तहत उद्यमियों को बिना संपार्श्विक (Collateral-Free) के ऋण उपलब्ध कराया गया।
✔ यूनियन नारी शक्ति योजना – महिला उद्यमियों को विशेष वित्तीय सहायता प्रदान की गई।
✔ स्वयं सहायता समूह (SHG) योजनाएँ – इनमें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY), प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma), प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) और जीवन ज्योति बीमा योजना (JJBY) जैसी योजनाएँ शामिल थीं।
✔ चालू एवं बचत खाता खोलने की विशेष सुविधा – एमएसएमई उद्यमियों को तत्काल बैंकिंग सेवाएँ उपलब्ध कराई गईं।
◾लाभार्थी और वितरित ऋण की जानकारी
इस मेगा कैंप में 400 से अधिक लाभार्थियों ने भाग लिया। इस दौरान 61 नए बैंक खाते खोले गए तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP), मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (CMEGP) और मुद्रा योजना के तहत ₹10 करोड़ के ऋण स्वीकृत किए गए। इसके अतिरिक्त, इस कार्यक्रम के माध्यम से लगभग ₹80 करोड़ की लीड जनरेशन की गई।
इस आयोजन से बोईसर और पालघर क्षेत्र के लघु एवं मध्यम उद्योगों को बड़ा आर्थिक सहयोग मिलेगा, जिससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
◾विशेषज्ञों की राय
एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम – सांसद डॉ. हेमंत सावरा
पालघर के सांसद डॉ. हेमंत सावरा ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की सराहना की और इसे "एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम" बताया। उन्होंने कहा, “बैंक की यह पहल छोटे और मध्यम उद्योगों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ अब सीधे पालघर क्षेत्र के उद्यमियों तक पहुँच रहा है, जो स्वागत योग्य पहल है।”
◾ऋण वितरण प्रक्रिया को और सरल बनाने की आवश्यकता – टीमा अध्यक्ष श्री वेलजी गोगरी
टीमा (TIMA) के अध्यक्ष श्री वेलजी गोगरी ने बैंकों की सुलभ ऋण नीति की सराहना की, लेकिन उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कई उद्यमियों को ऋण प्राप्त करने की प्रक्रिया में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा, "हालांकि बैंक की नीति सरल हो रही है, फिर भी ऋण वितरण प्रक्रिया में आने वाली चुनौतियों को दूर करने की आवश्यकता है ताकि अधिक से अधिक उद्यमियों को आसानी से वित्तीय सहायता मिल सके।"
निष्कर्ष
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित यह मेगा एमएसएमई आउटरीच कैंप छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। इस तरह के कार्यक्रम न केवल स्थानीय उद्यमियों को आर्थिक मजबूती प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें सरकारी योजनाओं से भी जोड़ते हैं। बैंक के इस प्रयास से पालघर और बोईसर के औद्योगिक विकास को नया आयाम मिलेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
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