पालघर में शिवसेना की ताकत बढ़ी: मनसे के उपसरपंच समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं का प्रवेश..!
पालघर में शिवसेना की ताकत बढ़ी: मनसे के उपसरपंच समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं का प्रवेश..!
अखिलेश चौबे
पालघर..! आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों से पहले पालघर में शिवसेना (शिंदे गुट) ने अपनी ताकत और प्रभाव बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। शिवसेना के जिल्हाप्रमुख कुंदन संखे के नेतृत्व में और आमदार (विधायक) राजेंद्र गावित की उपस्थिति में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के केळवे ग्रामपंचायत के उपसरपंच राजेश सालकर, महिला तालुका उपाध्यक्षा जाई किणी समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिवसेना का दामन थाम लिया।
यह पक्षप्रवेश कार्यक्रम पालघर के राजयोग स्थित जिला कार्यालय में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर शिवसेना के वरिष्ठ उपनेता ज्योति मेहेर, सहसंपर्कप्रमुख एवं प्रवक्ता केदार काळे, जिला महिला संघटिका वैदेही वाढाण, पालघर विधानसभा संघटक समीर मोरे, उपजिल्हासंघटक दिनेश गवई सहित कई प्रमुख पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
◾शिवसेना का प्रभाव बढ़ाने की रणनीति
शिवसेना जिल्हाप्रमुख कुंदन संखे ने इस मौके पर कहा कि उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख एकनाथ शिंदे की मजबूत नेतृत्व क्षमता और विकास कार्यों के प्रति प्रतिबद्धता के कारण अन्य दलों के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा, "शिवसेना के चार अक्षरों में ही वह ताकत है जो कार्यकर्ताओं की एक बड़ी फौज तैयार कर सकती है। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में पार्टी का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है, और यह सिलसिला जारी रहेगा।"
केळवे ग्रामपंचायत में अब तक मनसे का वर्चस्व था, जहां सरपंच पद मनसे के पास था। हालांकि, अब उपसरपंच राजेश सालकर, महिला तालुका उपाध्यक्षा जाई किणी के साथ ग्रामपंचायत सदस्य रुचिता रामचंद्र वाघात, अमृता मनिष पटकर, स्वप्ना संदेश गवारी, चंदन अरुण ठाकूर, सूरज सुरेश उंबरसाडा और जयेश वांगड (अध्यक्ष, आदिवासी विकास प्रतिष्ठान केळवे) ने शिवसेना में प्रवेश कर लिया है। इसके अलावा, कई पूर्व ग्रामपंचायत सदस्य भी शिवसेना में शामिल हो गए हैं।
◾मनसे को लगा बड़ा झटका
इस पक्षप्रवेश से मनसे को एक बड़ा झटका लगा है, क्योंकि अब केळवे ग्रामपंचायत में शिवसेना की मजबूत पकड़ हो गई है। इस अवसर पर आदिवासी समुदाय के कई महत्वपूर्ण नेताओं ने भी शिवसेना का समर्थन किया। इनमें शैलेश माळी (उपाध्यक्ष, आदिवासी विकास प्रतिष्ठान केळवे), महेंद्र मोहनकर (सदस्य, आदिवासी एकता प्रतिष्ठान केळवे), प्रतिक प्रकाश बघत, सौ. ललिता उमतोल (खजिनदार, आदिवासी एकता प्रतिष्ठान केळवे) और साईनाथ राऊळ (शाखा प्रमुख, केळवे) शामिल हैं।
इसके अलावा, स्वजित उमेश चौधरी (उप शाखा प्रमुख, मनसे केळवे), डॉ. राजेश राय, अनिश राऊत, दीप सावे, मनिष पटकर, मनोज बसवत, अर्जुन बोस, अमोल बोस, अमित भुरकुड, मयूर धापशी, अनिल पडवळे, रोहित वनगा, निखिल भोईर, देवेंद्र सावे, तेजस पाचलकर और सुमित उंबरसाडा ने भी शिवसेना में प्रवेश किया।
◾स्थानीय चुनावों से पहले शिवसेना में तेजी से बढ़ रही है इनकमिंग
शिवसेना के इस कदम को आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण रणनीतिक सफलता माना जा रहा है। जिल्हाप्रमुख कुंदन संखे और विधायक राजेंद्र गावित ने इस मौके पर सभी नए कार्यकर्ताओं का स्वागत किया और उन्हें पार्टी की विचारधारा से अवगत कराया।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि यह प्रवेश सिर्फ संख्या में वृद्धि नहीं है, बल्कि शिवसेना के विकासोन्मुखी दृष्टिकोण पर जनता के बढ़ते विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आने वाले दिनों में और भी कई नेता एवं कार्यकर्ता शिवसेना में शामिल हो सकते हैं, जिससे पार्टी की शक्ति और अधिक बढ़ेगी।
◾निष्कर्ष
पालघर में शिवसेना की बढ़ती ताकत और अन्य दलों से हो रहे बड़े पैमाने पर कार्यकर्ताओं के प्रवेश से साफ संकेत मिल रहे हैं कि पार्टी आगामी चुनावों में मजबूत स्थिति में होगी। मनसे को लगे इस झटके से उसकी स्थानीय राजनीति में पकड़ कमजोर पड़ सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य राजनीतिक दल इस चुनौती का किस तरह से सामना करेंगे।
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