पालघर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: एमडी ड्रग्स बनाने वाला रैकेट ध्वस्त, 2.41 करोड़ रुपये के ड्रग्स और उपकरण जब्त..!
पालघर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: एमडी ड्रग्स बनाने वाला रैकेट ध्वस्त, 2.41 करोड़ रुपये के ड्रग्स और उपकरण जब्त..!
अखिलेश चौबे
पालघर..! जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एमडी (म्याफेड्रोन) ड्रग्स बनाने और सप्लाई करने वाले एक संगठित रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने 2,41,74,902 रुपये मूल्य के ड्रग्स और उपकरण जब्त किए हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी सहित कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
◾नशा मुक्त भारत अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नशा मुक्त भारत अभियान के तहत पालघर जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी और निर्माण पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में पालघर के पालक मंत्री गणेश नाईक और विशेष पुलिस महानिरीक्षक (कोकण परिक्षेत्र) संजय दराडे के निर्देशों के अनुसार, पुलिस अधीक्षक बाळासाहेब पाटील ने जिले में ड्रग्स माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे।
◾बंद कमरे में चल रहा था ड्रग्स निर्माण का धंधा
स्थानिक गुन्हे शाखा (लोकल क्राइम ब्रांच) पालघर को 8 फरवरी 2025 को एक गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर पुलिस ने बोईसर के काटकरपाड़ा स्थित कलर सिटी बिल्डिंग नंबर 17 के फ्लैट नंबर 103 में छापा मारा। पुलिस ने वहां से 29 वर्षीय अमान नईम मुराद (निवासी वसई, मूल निवासी भानेघर-मनोर, पालघर) को गिरफ्तार किया, जो इस बंद कमरे में एमडी ड्रग्स तैयार कर रहा था।
◾2.41 करोड़ रुपये के ड्रग्स और उपकरण जब्त
पुलिस ने मौके से 1208 ग्राम म्याफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स जब्त किया, जिसकी बाजार में कीमत 2,41,60,000 रुपये आंकी गई है। इसके अलावा, 14,902 रुपये के ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाले रसायन और उपकरण भी बरामद किए गए। कुल मिलाकर, 2.41 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का नशीला पदार्थ और अन्य सामान जब्त किया गया।
◾पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया
मुख्य आरोपी अमान नईम मुराद को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ बोईसर पुलिस थाने में एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) एक्ट 1985 की धारा 21, 22 और 8 (क) के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपी को 11 फरवरी 2025 तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने जब उससे कड़ी पूछताछ की, तो उसने खुलासा किया कि वह म्याफेड्रोन ड्रग्स बनाने के लिए अलग-अलग जगहों से रसायन जुटाकर इस बंद कमरे में ड्रग्स तैयार करता था। इसके बाद वह अपने तीन अन्य साथियों की मदद से इन ड्रग्स की सप्लाई करता था।
◾तीन और आरोपी गिरफ्तार
अमान नईम मुराद की निशानदेही पर पुलिस ने 9 फरवरी 2025 को तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया:
1. कलीम शाकिर खान (24 वर्ष) – निवासी आशिर्वाद मंजिल बिल्डिंग, मिरारोड (पूर्व), मूल निवासी गौंडा, उत्तर प्रदेश।
2. अमन आरिफ सैयद (25 वर्ष) – निवासी डिप्लोमसी बिल्डिंग, मिरारोड (पूर्व), ठाणे।
3. सनी राजकुमार सिंह (29 वर्ष) – निवासी न्यू पंचवटी अपार्टमेंट, मिरारोड, मूल निवासी प्रयागराज, उत्तर प्रदेश।
◾पुलिस की निगरानी में ड्रग्स नेटवर्क
पुलिस को शक है कि यह गिरोह बड़े स्तर पर ड्रग्स का निर्माण और वितरण करता था। आरोपी कहां से रसायन मंगाते थे और किन-किन लोगों तक ड्रग्स सप्लाई किया जाता था, इसकी जांच जारी है।
◾वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में हुई कार्रवाई
इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने में पालघर पुलिस अधीक्षक बाळासाहेब पाटील, अपर पुलिस अधीक्षक विनायक नरळे और उप-विभागीय पुलिस अधिकारी विकास नाईक के नेतृत्व में बोईसर पुलिस थाने और लोकल क्राइम ब्रांच (एलसीबी) पालघर की टीम ने अहम भूमिका निभाई। इस टीम में पुलिस निरीक्षक शिरीष पवार, प्रदीप पाटील, सतिश आस्वर, अनिल व्हटकर, गणपत सुळे, स्वप्नील सावंत देसाई, रोहित खोत, रविंद्र वानखेडे, राजेश वाघ, सुनील नलावडे समेत कई पुलिसकर्मी शामिल थे।
◾आगे की कार्रवाई
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा है और इनके संपर्क में कौन-कौन लोग हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस रैकेट के तार किसी अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े हैं। इस ऑपरेशन के बाद पालघर जिले में ड्रग्स माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
पुलिस का कहना है कि जिले में नशा मुक्त अभियान के तहत ड्रग्स कारोबार से जुड़े लोगों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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