पत्रकार एम के अंसारी और मनसे के रोहित यादव की सतर्कता से बोईसर RPF के भ्रष्टाचार का हूवा खुलासा..! ◾आखिर देखते हैं रेलवे प्रशासन की जांच कहां तक चलती है, और क्या रेलवे प्रशासन सही तरीके से न्याय कर पाएगा ??
पत्रकार एम के अंसारी और मनसे के रोहित यादव की सतर्कता से बोईसर RPF के भ्रष्टाचार का हूवा खुलासा..!
◾आखिर देखते हैं रेलवे प्रशासन की जांच कहां तक चलती है, और क्या रेलवे प्रशासन सही तरीके से न्याय कर पाएगा ??
पालघर..! जिले के बोईसर रेलवे स्टेशन के RPF ऑफिसरो के भ्रष्टाचार का खुलासा बोईसर शहर के पत्रकार एम के अंसारी और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के खैरा पाड़ा विभाग अध्यक्ष की जागरूकता से हुवा है जिसके बाद आननफानन में 3 अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है, जिनका नाम देवेन्द्र कुमार, अरविंद सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक बोईसर रेलवे स्टेशन के यार्ड में रविवार को स्कूली 3 छात्र रील्स बना रहे थे तभी बोईसर रेलवे स्टेशन पर कार्यरत RPF के जवानों ने उन्हें गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखा और उनसे 5 हजार रुपये रिश्वत की मांग की, तभी स्कूल छात्राओं ने उन्हें रिश्वत देने से साफ इनकार कर दिया और उन्होंने कहा कि हमने कोई जुर्म नहीं किया है R P F ऑफिसर छात्रों को कानूनी शिकंजे में लेते हुए उन्हें डराया और कहा तुम छात्र हो और तुम्हारा जीवन मुकदमा दर्ज होने से बर्बाद हो जाएगा छात्रों के पैरों तले जमीन खिसक गई और उन्होंने माफी मांगते हुए कहा सर आप जो कहेंगे हम करने के लिए तैयार हैं। तभी RPF ऑफिसर उनके सामने उदारता प्रकट करते हुए 2400 रुपए में मामला रफा दफा करने की बात की।
छात्रों ने उन्हें रिश्वत देने से पहले पत्रकार एम के अंसारी और मनसे के रोहित यादव को फोन पर सारी बातें बताइए तभी वहां पर एम के अंसारी और रोहित यादव पहुंच कर अपनी पहचान छुपाते हुए RPF ऑफिसर से बात की और उन्हें बच्चों को छोड़ने का आग्रह किया। लेकिन ऑफिसर उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं थे, फिर छात्रों द्वारा 2400 रुपए की रिश्वत देते हुए अपनी सतर्कता से पूरी वीडियो निकाल और पत्रकार अंसारी और रोहित यादव द्वारा RPF ऑफिसर द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया।
आपको बता दे की इस मामले की पुरी रिपोर्ट रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी को दी, और निकला हुआ वीडियो को ट्वीट किया, जिसके बाद रेलवे प्रशासन में पुरी जानकारी इकट्ठा करते हुए, वरिष्ठ अधिकारी एक्शन में आ गई और तीनों अधिकारियों देवेन्द्र कुमार, अरविंद सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, को आनन फानन में तबादला कर दिया है इस पूरे मामले की जांच रेलवे के वरिष्ट अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है जिसके बाद उन्हें सस्पेंड किया जाएगा।
सूत्रों द्वारा पता चला है रेलवे स्टेशन पर जा रहे और भी यात्रियों को इसी प्रकार की यातना का सामना करना पड़ता है, और कई बार उनकी गलती ना होने के कारण भी उन्हें कानूनी शिकंजे में नफासे इसके लिए RPF को उनके मांगे हुए रिश्वत देनी पड़ती है। आखिर देखते हैं रेलवे प्रशासन की जांच कहां तक चलती है, और क्या रेलवे प्रशासन सही तरीके से न्याय कर पाएगा ??
अखिलेश चौबे
सतर्क इंडिया
7020967978
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