बोईसर थाने में न्याय प्रणाली में बदलाव पर लगी "जनता दरबार"..! "एपीआई सतीश अप्पा ने पीड़ितों को न्याय दिलाने का भरोसा"
बोईसर थाने में न्याय प्रणाली में बदलाव पर लगी "जनता दरबार"..!
"एपीआई सतीश अप्पा ने पीड़ितों को न्याय दिलाने का भरोसा"
पालघर..! अपराधिक कानूनों में नये तरह से किये गये महत्वपूर्ण बदलावों को लेकर जिले के बोईसर थाना परिसर में आम लोगों के बीच जनजागृति को लेकर पहली जुलाई, सोमवार की शाम 'पुलिस-जनता संवाद' सभागार में विस्तारपूर्वक नये कानून से कैसी होगी सजा और कितनी काटनी पड़ेगी जेल की विस्तृत जानकारी देने के लिए 'जनता दरबार' लगाया गया।
बोईसर थाना परिसर में बने 'पुलिस-जनता संवाद सभागार' म़ें पुलिस अधिक्षक बालासाहेब पाटील व क्षेत्राधिकारी विकास नाईक के दिशानिर्देश पर कुछ विशेष कारणों से थानाध्यक्ष शिरीष पवार की अनुपस्थिति में 'जनता दरबार' को संबोधित करते सहा.पुलिस निरीक्षक सतीष अप्पा साहेब ने कहा कि पहली जुलाई से बदलाव के पश्चात शुरु हुए आपराधिक न्याय के 3 नये कानून बीएनएस(आईपीसी),
बीएनएसएस(सीआरपीसी) और बीएसए(इंडियन एवीडेंस एक्ट) 2023 के तमाम प्राविधानों से न्याय को लेकर हकलान फरियादियों को त्वरित न्याय और दोषियों को सख्त कड़ी सजा के साथ मुकदमों को जल्दी निपटने और तारीख पर तारीख के दिन से छुटकारे के रास्ते आज से साफ हो गये है।
33 अपराधों में कारावास की सजा बढाने,83 अपराधों म़ें जुर्माने की राशि बढाने,23 अपराधों में न्यूनतम सजा,19 धाराओं को निरस्त, सामुहिक दुष्कर्म के मामले म़ें 20 साल से फांसी की सजा,दुसरी शादी पर 7 साल सजा, विवाहित महिला को बहला-फुसलाकर ले जाने पर अब नई धारा-80 के तहद 2 साल तक का सजा का प्राविधान रखा गया है।
'जनता दरबार' में बोईसर थाने के क्राइम डिटेक्शन टीम प्रमुख पुलिस उप निरीक्षक विठ्ठल मणिकेणी तथा महिला पुलिस उप निरीक्षक प्रियंका बुरुंगले ने भी नये न्याय प्रणाली के कानून की लाभकारी जानकारियां जनहित के लिए सांझा की।
इस अवसर पर बोईसर थानाक्षेत्र के तमाम सभ्रांत जन, समाजसेवी, राजनितिज्ञ पुरुष/महिलाएं और मीडियाकर्मी उपस्थित रहे।
अखिलेश चौबे
सतर्क इंडिया
7020967978
Comments
Post a Comment