आर्थिक तंगी में भी 'बोईसर के आलोक' ने की नीट क्वालीफाई..! ●दिल का डाक्टर बनने की है ख्वाहिश.।● बधाई और सहयोग के लिए बढ़ रहे है समाजसेवी।
आर्थिक तंगी में भी 'बोईसर के आलोक' ने की नीट क्वालीफाई..!
●दिल का डाक्टर बनने की है ख्वाहिश.।
● बधाई और सहयोग के लिए बढ़ रहे है समाजसेवी।
पालघर..! राष्ट्रीय परीक्षा ऐजेंसी(एनटीए) द्वारा संचालित मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट(एनईईटी)-2024 में जिले के औद्योगिक शहर बोईसर निवासी कुशाग्र बुद्धि का धनी आलोक संतोष झा ने परिवारीक स्थिति दयनीय होने के बावजूद बिना कोचिंग क्लासेस गये पुरे लगन,आत्मविश्वास से सामान्य वर्ग में अपनी प्रतिभा का परचम लहराते पहली बार में ही नीट प्रवेश परीक्षा के 690/720 पूर्णांक से क्वालिफाई किया है। उसने उंचे आसमान में उड़ने की ख्वाब देख रहे होनहार छात्रों के लिए मिशाल बनते साबित किया है कि पुरी ईच्छा शक्ति से अध्ययन किया जाय तो तामझाम वाले कोचिंग क्लासेस के मंहगे खर्चे के बावजूद सफलता पाई जा सकती है। मजे की बात यह है कि आलोक ने जेईई में भी इस वर्ष 99.03% अंक हासिल किया है। फिर भी नीट को ही माध्यम बनाते जिले का नाम भी रोशन करने वाले आलोक ने परिवार का हौसलाअफजाई करते जता दिया है कि आर्थिक तंगी में भी कुछ बड़ा किया जा सकता है।
बेहद सामान्य परिवार का है आलोक लगभग 30 वर्ष पूर्व जीविकोपार्जन के लिए बिहार राज्य के दरभंगा जिले के जयदेव पट्टी से औद्योगिक शहर बोईसर आये बेहद सामान्य किसान परिवार के संतोष झा का आलोक दुसरे संतान है।पहली संतान लड़की पायल झा पालघर सेंट जांस कालेज में बीएएफ द्वितीय वर्ष की पढाई कर रही है।माँ गुड़िया झा गृहणी है। बोईसर पूर्व रिद्धि-सिद्धि अपार्टमेंट खैरापाडा, जहांगीर रोड में रह रहे बेहद कम पढे लिखे संतोष झा इस्पात की नामचीन कारखाना 'विराज ग्रुप्स' में काम कर चुके है लेकिन अब फिलहाल मेसर्स 'करमतारा' ग्रुप्स में मेकेनिकल डिवीजन में कार्यरत है। उनका कहना है कि बच्चों की पढाई में सर्वाधिक रुचि रही है।आलोक ने परिवार के लिए बड़ा सपना अख्तियार किया है।
18 वर्षीय आलोक दसवीं की बोर्ड परीक्षा में टीवीएम से 94.4% और इस वर्ष दीप ज्यूनियर कालेज से बारहवीं में 92.67% अंक से उत्तीर्ण हुआ है। नीट इंट्रेंस टेस्ट में आलोक ने आँल इंडिया में 5046 और जनरल कटेगरी में 2466वाँ रैंक लाया है। सबसे प्यारा सब्जेक्ट फिजिक्स बताते उसने ज्ञानोदय मल्टीर्पज हाईस्कूल वसई में नीट का इंट्रेंस परीक्षा दी है। एमबीबीएस करके दिल का डाक्टर बनने की प्रबल ईच्छा रखने वाले आलोक ने हमारे 'मंत्र भारत' ब्यूरों द्वारा पूछें गये सवालों के जवाब में बताया कि उसने नीट की आँन लाईन व्यक्तिगत तैयारी की थीं। कुछ अच्छा करने की जज्बा रखने वाले छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत बने आलोक बताते है कि पढाई पर पुरी तरह फोकस करने वाले दृढसंकल्पित जरूर अव्वल हो सकते है। वें सफल चिकित्सक होने पर किफायती ईलाज के लिए स्वयं का अस्पताल खोलना चाहते है।
प्रबुद्ध समाजसेवी वर्ग ने दी बधाई। सब पढ़ें-सब बढ़े की प्रबल जिज्ञासु प्रसिद्ध समाजसेवी शिवशक्ति सामाजिक संगठना प्रमुख संजय जे.पाटील, महावीर सोलंकी जैन, सत्यप्रकाश सिंह, ब्रह्मदेवजी चौबे, शोभनाथ त्रिपाठी, स्वामीनाथ पाण्डेय, अरविंद सिंह 'क्षत्रिय',संजय ठाकुर, आनंद त्रिपाठी, बी.के.सिंह, उदमी रविकांत पाण्डेय, वृजेश कुमार पाण्डेय, डाँ. संतोष कुमार उपाध्याय, डाँ.इंद्र कुमार तिवारी समेत रिद्धि-सिद्धि अपार्टमेंट को.हाऊ.सो. के सेक्रेटरी रामनाथ गुप्ता, सभासद कमलेश यादव जैसे अनेक जनों ने आलोक को शुभकामना बधाई देते हुए परिजनों को हर मुमकिन सहयोग का भरोसा दिलाया है।
अखिलेश चौबे
सतर्क इंडिया
7020967978
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